
मध्य प्रदेश में अध्यापक फिर से आंदोलन के मूण्ड में नज़र आ रहे हैं। 25 सितम्बर को तिरंगा रैली निकाली जाने की योजना भी है।क्या बात है कि शिक्षा के मन्दिर के ये पुजारी बार बार सड़कों पर आ जाते हैं।इनकी ऐसी कोन सी बेश कीमती मांगे हैं जिन्हें उभरते हुए मध्य प्रदेश,और बी मारु राज्य से,विकसित मध्य प्रदेश बनाने का दावा करने वाली सरकार पूरा नही कर पा रही है।पूर्व में भी अध्यापकों ने कई आंदोलन किये हैं,पर शासन के आश्वासन के बाद इन्हें कुछ न कुछ तो प्राप्त हुआ ही है।किन्तु बात समझ से परे है कि,इनकी मांगे मानी जाने की बात तो दूर है,इनकी बात को भी नही सुना जा रहा है।इस सम्बन्ध में अलग अलग लोगों के अपने अलग अलग विचार और तर्क हैं।कुछ लोग कहते हैं शासन को स्कूलों में अध्यापक चाहिए।नेता नही चाहिए।कुछ लोग ये कहते हैं कि,शासन को भली भांति पता है कि,कुछ अध्यापक केवल नेता गिरी ही करते हैं,वह स्कूल ही नही जाते।कुछबुद्धिजीवियों की ये सोच है कि शासन जल्द ही अध्यापकों की मांगों पर विचार कर के अध्यापकों के हित में ही निर्णय लेगा,अध्यापक सब्र रखें।बात जो भी हो साथ ही जिस की जो मनशा हो आम लोग कहते हैं कि अध्यापकों के बार बार हड़ताल पर जाने से बच्चों की पढाई प्रभावित होती है।अध्यापकों को यूँ बार बार सड़क पर उतरना शोभा नही देता है।इस क्रिया की प्रतिकिर्या में अध्यापक कहते हैं कि शासन को भी शोभा नही देता "वादा कर के भूल जाना" खैर मुद्दे की बात ये है कि शासन विसंगति रहित वेतन पत्रक शीघ्र जारी करे,और अध्यापकों की जायज़ मांगों पर जल्दी से विचार करके उचित निर्णय ले।जिससे अध्यापकों को बार बार सड़क पर नही उतरना पड़े। ई-अटेंडेंस लगाने के लिए जिन अध्यापकों के पास एनड्राईड मोबाइल नही है,वही face book,whatsapp,twitter आदि सोशल मीडिया पर अध्यापकों के हितो की लड़ाई लड़ने का दावा कर रहे है।बात निकलती है तो निकलती चली जाती है और मुद्दे की बात रह जाती है।बात हो रही थी अध्यापकों की तिरंगा यात्रा की।ये तिरंगा यात्रा कितनी उचित और अनुचित है ये अध्यापक और शासन समझें।महत्वपूर्ण ये है कि बच्चों की शेक्षडिक गति विधियां प्रभावित नही होना चाहिए।समाज, जनता की नज़र शासन और शिक्षक दोनों पर है।जनता का मानना ये है कि शिक्षक और शासन की इस संकेतिक लड़ाई में बच्चों का भाविष्य खराब हो रहा है उनके अनुसार अध्यापकों को धरने आंदोलन अवकाश के दिनों में करना चाहिए।अब कोन कितना सही है इसका आकलन आप पर छोड़ता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि आप इस सम्बन्ध क्या सोचते हैं,वोह यहां पर पर भी शेयर करेंगे।