विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक और जनशिक्षकों के नवीन प्रतिनियुक्ति आदेशों का सम्बंधितों द्वारा इंतेज़ार किया जा रहा था.कुछ दिन पहले ही ज़िला शिक्षा केंद्र ने आदेश भी जारी कर दिए हैं,अब नवीन प्रतिनियुक्ति पर आये बी.ए.सी और जनशिक्षक जनपद शिक्षा केंद्र की कमान सम्भालेंगे.जनपद शिक्षा केंद्र का अब पूरा का पूरा अमला ही नया हो जायेगा.गौरतलब बात ये है कि,अभी कुछ दिन पहले ही जनपद में नवीन बी.आर.सी.श्री नरेश रघुवंशी ने अपनी आमद दी है,जब भी विभाग में कोई भारी फेरबदल होता है तो,लोग कयास लगाने लगते हैं कि,नवीन अधिकारी कर्मचारी किस तरह के होंगे.श्री नरेश रघुवंशी के जनपद शिक्षा केंद्र में आने के बाद भी इसी प्रकार के कयास लगाये जा रहे थे.किन्तु श्री रघुवंशी ने आते ही सुधारात्मक कार्य प्रारम्भ कर दिए हैं,कुछ ही दिनों में जनपद शिक्षा केंद्र की कार्य प्रणाली में बड़ा बदलाव देखने को मिला है.श्री नरेश रघुवंशी पेंडिंग कार्यों को सब से पहले पूरा कर रहे हैं,उनके द्वारा प्रयास ये किया जा रहा है कि,जल्द से जल्द व्यवस्था में सुधार किया जाये.
- ये भी पढ़ें.......
- नरेश रघुवंशी ने की कसावट....
- खुले में शौच से मुक्ति हेतु मानव श्रृंखला.....
- नरेश रघुवंशी बने बी.आर.सी.......
- सुवच्छता की अलख जगाने हेतु प्रयास.....
- बी.ए.सी करेंगे ज्वॉइन....
जनपद शिक्षा केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर आये बी.ए.सी श्री राकेश भारती और श्री अबरार अंसारी के भी जल्द ही ज्वॉइन करने की सम्भावना है.साथ ही जनशिक्षक पद पर नवीन प्रतिनियुक्ति पर आये अध्यापकों की भी जनशिक्षा केंद्रों में जल्द ही आमद दिए जाने की सम्भावना है....
- वर्तमान प्रतिनियुक्ति अमला लौटेगा स्कूल....
वर्तमान में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत अमला अपनी पदस्थ संस्थाओं की और जल्द ही लौटेगा,ज़िले से इस सम्बन्ध में आदेश जारी हो गए हैं.ये ही अमला काउंसलिंग नही किये जाने से दुखी है.वर्तमान में कार्यरत अमले की इच्छा थी कि,उन्हें काउंसलिंग के माध्यम से स्कूलों में भेजा जाना चाहिए था,उनका तर्क भी मज़बूत दिखता है,सम्बंधितों को कहना है कि,प्रदेश के अन्य ज़िलों में काउंसलिंग कर के ही,वापसी की गई है,किन्तु विदिशा ज़िले में बिना काउंसलिंग के सीधे सम्बंधितों को अपनी प्रतिनियुक्ति से पूर्व की शाला में भेजने के आदेश कर दिए गए हैं.
अब जो भी हो पुरानों की वापसी तय है,और नवीन अपनी आमद देने के लिए तैयार बेठे हैं.पुराना अमला इस बात को लेकर उदास है कि,उन्हें मन-माफ़िक़ स्कूल चुनने का अवसर नही मिला,और नये इसलिए खुश हैं कि,उन्हें अब नई जगह नए लोगों के साथ एक अलग ही प्रकार का काम करने का अवसर मिलेगा.....पुरानों को अभी भी आशा है कि,शायद ज़िले के अधिकारी उन पर महरबान हो जाएं,और उनकी काउंसलिंग करा दें....
अगले कुछ दिनों में सारी तस्वीर साफ हो जायेगी कि,आगे क्या होना है.......