भारत में रेडीमेड कपड़ों का चलन बड़ रहा है।आज की युवा पीढ़ी का रुझान रेडीमेड कपड़ों की तरफ बड़ रहा है।जीन्स टी शर्ट का चलन इतना बड़ गया है कि,युवा पीढ़ी का पूरा फैशन रेडीमेड पर निर्भर है।इससे सबसे अधिक नुकसान परम्परागत दर्ज़ी को हुआ है।त्यौहारी सीजन में जहां दर्ज़ी के पास समय नही होता था।पर अब हालात जुदा हैं।अब परम्परागत दर्ज़ी के पास काम नही है।लोग रेडीमेड पर ज़्यादा विश्वास कर रहे हैं।परम्परागत दर्ज़ी को अब मज़दूरी भी नही मिल पा रही है।शासन को चाहिए के इस हुंनर को बचाने के लिए और परम्परागत दर्ज़ी के वयवसाय को संरक्षित करने के लिए कोई योजना बनाये।
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सोमवार, 12 सितंबर 2016
परम्परागत दर्ज़ी संकट में....
भारत में रेडीमेड कपड़ों का चलन बड़ रहा है।आज की युवा पीढ़ी का रुझान रेडीमेड कपड़ों की तरफ बड़ रहा है।जीन्स टी शर्ट का चलन इतना बड़ गया है कि,युवा पीढ़ी का पूरा फैशन रेडीमेड पर निर्भर है।इससे सबसे अधिक नुकसान परम्परागत दर्ज़ी को हुआ है।त्यौहारी सीजन में जहां दर्ज़ी के पास समय नही होता था।पर अब हालात जुदा हैं।अब परम्परागत दर्ज़ी के पास काम नही है।लोग रेडीमेड पर ज़्यादा विश्वास कर रहे हैं।परम्परागत दर्ज़ी को अब मज़दूरी भी नही मिल पा रही है।शासन को चाहिए के इस हुंनर को बचाने के लिए और परम्परागत दर्ज़ी के वयवसाय को संरक्षित करने के लिए कोई योजना बनाये।
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