आज की युवा पीढ़ी नशे की लत में मस्त है।इस आधुनिक युग में नशे ने भी बहुत तरक़्क़ी की है।आज का युवा परम्परागत नशे से तो बहुत दूर है।आप जानते ही है।पहले बीड़ी,सिगरेट और शराब आदि चीजें नशे का प्रमुख स्त्रोत हुआ करती थी।पर जैसे जैसे दुनिया ने तरक़्क़ी की है।नशे ने भी अपना रूप रंग बदला है।
आज के इस आधुनिक युग में युवा ड्रग्स,कोकीन,अफ़ीम आदि नशीली चीज़ों का सेवन करने में लगे हुए हैं।सामान्य तोर पर दवाई के तोर पर प्रयोग की जाने वाली कोरेक्स को आज का युवा नशे के रूप में उपयोग कर रहा है।यह वह युवा है जो पड़ा लिखा है।नशे के अच्छे बुरे प्रभाव को आप और हम से बेहतर समझता है।इस प्रकार के जगरुक नशेलची युवाओं को समझाना बहुत मुश्किल होता है।
नशा मुक्त समाज के लिए ज़रूरी है कि शासन और समाज मिलकर नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ ज़रूरी उपाय खोजें।क्योंकि आज का युवा ही कल का भविष्य है।और हमारा ये नोजवान नशे के कारण खोखला और कमज़ोर हो रहा है।युवा नशे की लत के कारण धन दौलत के साथ ही अपना जीवन भी बर्बाद कर रहे हैं।सुखी सम्पन्न परीवार इन नशेलची युवाओं के कारण तबाह और बर्बाद हो रहे हैं।आप जानते ही हैं कि इस नशे की लत के कारण युवा अपना सब कुछ खो देते हैं।फिर भी इनके पास नशा करने के लिए पैसे नही होते तो यह,चोरी,डकैती जैसे अपराधों में लिप्त हो जाते हैं।
समाज में एक धारणा बनी है कि यदि नशीली वस्तुओं पर सरकार प्रतिबन्ध लगा दे तो भी कुछ हद तक नशे पर कण्ट्रोल किया जा सकता है।बिहार जैसे कुछ उदाहरण हमारे सामने है जहां शराब पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है अब ये अलग विषय है कि,शराब पर प्रतिबन्ध लगाने से बिहार में शराब पीने वालों की संख्या बड़ी या घटी ? सभ्य समाज में नशे के लिए कोई स्थान नही है।लोगों का मानना है कि नशा अनेक बुराइयों की जड़ है।आधुनिक नशा तो और भी ज़्यादा खतरनाक है।आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि जो परिवार नशे की लत से दूर हैं वह सुखी सम्पन्न हैं।चिन्ता का विषय यह है कि गरीब तबक़ा भी इस नशे का आदि हो चुका है।कई घरों में परिवार का मुखिया जब शाम को नशा कर के घर आता है और दिन भर की मज़दूरी उसने अपने नशे में खर्च कर दी होती है।आप सोचिये विचार कीजिए ऐसे परिवारों के बच्चे क्या भूखे नही सोते होंगे ?
नशा भारतीय समाज में हमेशा से ही कमाऊ कूत विषय रहा है।इस विषय पर बनी फिल्में और गानों ने खूब कमाई की है।नशा शब्द ही हमेशा से बिकाऊ रहा है।पर हमें अपने समाज को जागरूक करने की ज़रूरत है।हमें हमारे नोनिहालों को नशे से दूर रखने के हर सम्भव प्रयास करना चाहिये।