खाट का खेल....
अभी हम सभी ने खाट का खेल अखबारों और न्यूज़ चैनल के माध्ययम से देखा है।किस तरह एक राजनेतिक कार्यक्रम में जनता ने खाट की लूट मचायी थी।बात भी समझने की है कि जनता को अब राजनेतिक भाषणों से ज़यादा सरोकार रहा नही है।अब तो राजनेतिक लोग भी शायद समझ गए होंगे कि किसी बड़ी रैली या आयोजन में भीड़ इकठठी करना है तो साड़ी वितरित करना होगी या आयोजन के बाद खाट तो छोड़ कर जाना ही होगी।बात निकलती है तो न जाने क्यों बहुत दूर तक चली जाती है।हम खाट की लूट की बात कर रहे थे।जनता का शायद राजनीति से विशवास उठ गया है।इसीलिये तो अभी एक कार्यक्रम में आपने हम ने खाट् की लूट होते देखी।शायद इस घटना से ही सही पर लोगों कों बात समझ आजाये।कि गए वोह दिन जब खाट केवल लोगों की थकान भगाने के लिए आराम करने के काम आती थी।अब तो उसका दखल राजनीति में भी होगया है।यदि खाट के आयोजन सफल रहते रहे तो जल्द ही इस नाम से कोई राजनेतिक दल का गठन हो जाये।खेर अब आप विचार करें कि ये खाट भी बड़े काम की चीज़ है।आपको भी ऐसा लगता हो तो लिखियेगा ज़रूर।
अभी हम सभी ने खाट का खेल अखबारों और न्यूज़ चैनल के माध्ययम से देखा है।किस तरह एक राजनेतिक कार्यक्रम में जनता ने खाट की लूट मचायी थी।बात भी समझने की है कि जनता को अब राजनेतिक भाषणों से ज़यादा सरोकार रहा नही है।अब तो राजनेतिक लोग भी शायद समझ गए होंगे कि किसी बड़ी रैली या आयोजन में भीड़ इकठठी करना है तो साड़ी वितरित करना होगी या आयोजन के बाद खाट तो छोड़ कर जाना ही होगी।बात निकलती है तो न जाने क्यों बहुत दूर तक चली जाती है।हम खाट की लूट की बात कर रहे थे।जनता का शायद राजनीति से विशवास उठ गया है।इसीलिये तो अभी एक कार्यक्रम में आपने हम ने खाट् की लूट होते देखी।शायद इस घटना से ही सही पर लोगों कों बात समझ आजाये।कि गए वोह दिन जब खाट केवल लोगों की थकान भगाने के लिए आराम करने के काम आती थी।अब तो उसका दखल राजनीति में भी होगया है।यदि खाट के आयोजन सफल रहते रहे तो जल्द ही इस नाम से कोई राजनेतिक दल का गठन हो जाये।खेर अब आप विचार करें कि ये खाट भी बड़े काम की चीज़ है।आपको भी ऐसा लगता हो तो लिखियेगा ज़रूर।