शुक्रवार, 16 सितंबर 2016

आंसुओं की भी अजब कहानी है...

 
                      आसुओं की भी अजब कहानी है।और अपनी दुनिया और अपनी भाषा है।कभी कभी किस्मत वाले लोगों को खुशी के आंसुओं के भी दीदार हो जाते हैं।आंसुओं की दुनिया में ये अपवाद स्वरूप होते हैं।वास्तव में आंसू के बारे में ये कहा जाता है कि,ज़्यादातर आंसू किसी अपने की दी हुई तकलीफ की वजह से ही निकलते हैं।ऊपर चित्र में जिस आंसू का ज़िक्र है वह वास्तव में बहुत तबाही मचाता है।ये किसी अपने का भी दिया हुआ आंसू भी हो सकता है।
कुछ लोगों का मानना है कि,आंसू मुस्कुराहट से ज़्यादा अच्छे होते हैं क्योंकि मुस्कराहट सभी के लिए होती है।और हमारी आँख में आंसू किसी खास के लिए ही होता है।
                            खेर आंसू कभी बे वजह नही आते।हर किसी की ज़िन्दगी में"कभी खुशी कभी गम" जैसी स्तिथी रहती है।हर कोई आंसुओं से वाकिफ है।सभी उसका महत्व समझते हैं।लेकिन आंसू जब भी आते हैं इंसान को बहुत तकलीफ देते हैं।आंसुओं के बारे में शायरों और कवियों ने अपनी रचनाओं में बहुत कुछ लिखा है।कई फिल्मी गाने लफ्ज़ आंसू के सही प्रयोग से हिट हो चुके हैं।वास्तव में आंसू देख कर हर कोई भावुक हो जाता है।आज भी अच्छे व्यक्ति की पहचान है कि,वह किसी की आंखों में आंसू लाने का कारण नही बनता।बल्कि किसी के भी आंसू पोछने की कोशिश करता रहता है।समाज को भी ऐसे ही लोगों की ज़रूरत है।आपको अगर ऐसे लोग मिले हों तो लिखियेगा ज़रूर