रजस्थान के धौलपुर के सेपउ उपखण्ड में मलेरीया का ज़ोर चरम पर है।सरकारी अस्पताल में मरीजों के लिए जगह की कमी बनी हुईं है।लोगों को खुले में पेड़ का सहारा लेकर बॉटल चडाई जा रही है।बारिश के मौसम में मलेरिया,चिकिंगुनिया,वायरल फीवर आदि का ज़ोर ज़्यादा रहता है।मध्य प्रदेश में भी इन मोसमी बीमारियों का ज़ोर चरम पर है।देश के अनेक हिस्सों में इस समय बीमारियों की खबरें समचार पत्रों की सुर्खियां बन रहीं हैं।दिल्ली में भी इस तरह की खबरें हैं।दिल्ली में मुद्दा कुछ भी हो उस पर राजनीति ज़रूर होती है।राज्य सरकारों को चाहिए कि,मलेरिया और मौसमी बीमारियों के इलाज के पुख्ता इंतेज़ाम करें,जिससे आम जनता को इन बीमारियों से राहत मिल सके।इस समय मलेरिया का ज़ोर चरम पर है।इसकी रोक थाम के लिए उचित क़दम उठाना ज़रूरी है।
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