अध्यापक 25 सितम्बर को प्रस्तावित तिरंगा रैली की तैय्यारी में लगे हुए हैं।इस रैली की तैय्यारी के लिए विकासखण्ड स्तर पर बैठकें कर के अध्यापकों को एक सूत्र में बांधने और रैली को सफल बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं।प्रदेश भर के अध्यापकों में प्रस्तावित रैली को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है। twitter पर अध्यापक इसे आर पार की लड़ाई बता रहे है।यहां अध्यापक बहनें भी इस में ज़ोर शोर से अपनी भागीदारी निभा रही हैं।एक अध्यापक बहन का twitter पर आया tweet देखिए...
"भैय्या अपनी छोटी बहन का शिक्षा विभाग में संविलियन करा दो" आपने सन्देश पड़ लिया होगा।इस प्रकार के अनेक सन्देश सोशल साइट पर भिखरे पड़े हैं।ग़ौरतलब बात यह है कि,अध्यापक सोशल साइट की अहमियत समझते हैं इसलिए सभी अध्यापक एवं अध्यापक नेता अपने इस प्रस्तावित आंदोलन को सड़क के साथ सोशल साइट पर भी ले आये हैं।अब देखना ये है कि 25 सितंबर को होने वाली अध्यापक रैली हो पाती है अथवा नही।और यदि रैली होती है तो वह अध्यापकों को उनका हक़ दिला पाती है या नही।ये सभी बातें समय के गर्त में छुपी हुई हैं।अध्यापक आशावादी रुख अपनाये हुए हैं उन्हें लगता है कि शासन उनकी बात ज़रूर सुनेगा।और सरकार भी जल्द ही अध्यापकों के हित में निर्णय लेगी।आपको क्या लगता है लिखिएगा।
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